मन !
मन तो बच्चा है
कैसा ?
अबोध
चंचल, नटखट
जो मेरी बात मानता ही नहीं
तो फिर कोई क्यों?
मेरी बात माने !
मन को आवश्यकता है
दुलार की वात्सल्य की
सर्वकार्यो के साथ-साथ
माँ की प्राथमिकता है
अपना बच्चा
मेरी प्राथमिकता !
मेरा अपना मन...
मन पर सकारात्मक नियंत्रण
मन से उपजी भावनाओं,
संवेगों, आवेगों का
स्वत: शुद्ध आचरण
जैसे माँ की मीठी लोरी
से शान्त होता बच्चा
वैसे ही मेरा अपना मन
स्वयं की थपकी से शांत
पवित्र निर्मल होता
मेरा मन !
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