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Sunday, 4 September 2016

मैम मुझे अच्छी लगती हैं


मैम  मुझे अच्छी लगती हैं 
कठोरता मुझे अच्छी लगती है 
दृढ़ता मुझे अच्छी लगती है 
ठोस के अणु
अनुशासन से दृढ़ता से बंधे होते हैं 
इसलिए मुझे मैम अच्छी लगती है |

गैस के अणु
एक-दूसरे से लड़ते-झगड़ते
आवारा छात्रों की तरह, घुमते रहते हैं 
कठोरता का पर्याय हैअनुशासन 
अत; मैम मुझे अच्छी लगती हैं 
पल-पल फिसलता रहता हूँ 
शैवाल की चट्टानों पर
मुझे चलना नही आता है
इसलिए फिसल जाता हूँ

कमी है दृढ़ता की, कठोरता की,
स्वानुशासन की..
विचारों में मूंगे की चट्टान जैसी 
दृढ़ता हो तो,  आपके पद-चिह्न
चट्टानों पर उभर आयेंगें |
अमित
मेरी कविता स्वरचित व मौलिक है।

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